मुजफ्फरनगर। शहर के दक्षिणी कृष्णापुरी स्थित एक दुकान को लेकर चल रही अदालती लड़ाई के बीच ही कोर्ट कमीशन के लिए मौके पर निरीक्षण करने पहुंची टीम के साथ जब पीड़ित दुकान का मौका मुआयना करा रहा था तो उसी बीच विरोधियों ने उस पर हमला कर दिया। पुलिस कर्मियों के सामने ही हुए इस हमले से पीड़ित और परिवार भयभीत है। परिवार ने पलायन की धमकी दी है, क्योंकि गैर सम्प्रदाय के इलाके में उसकी अकेली दुकान होने के कारण उसने जान का खतरा बताया है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दस लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला दक्षिणी कृष्णापुरी में मेडिकल स्टोर चलाने वाले संजीव कुमार शर्मा पुत्र महेन्द्र सिंह ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट में संजीव ने कहा कि दक्षिणी कृष्णापुरी के सुहानी चैराहे पर नाले पर उसकी दो मुहाना दुकान है। इसको लेकर सिविल जज सीनियर डिविजन के न्यायालय में संजीव बनाम मुकर्रम मुकदमा विचाराधनी है। संजीव ने बताया कि 17 फरवरी को अदालत के आदेश पर दुकान पर कब्जे के लिए कोर्ट कमीशन दोपहर के समय मौके पर पहुंचा। प्रतिवादियों को भी नोटिस तामील कराया गया। इसके बाद कोर्ट कमीशन द्वारा दुकान पर पहुंचकर मौका मुआयना किया जा रहा था। संजीव का कहना है कि जैसे ही उसने दुकान का अंदर से मुआयना कराने के लिए दुकान के ताले खोलकर शटर उठाना चाहा तो इसी बीच विपक्षियों ने एक राय होकर उस पर हमला कर दिया।
आरोपी हाथों में धारदार हथियार, राइफल और लाठी डंडे लिये हुए थे। इसके कारण कोर्ट कमीशन की कार्यवाही भी पूरी नहीं हो पाई। पुलिस के सिपाहियों, देवेन्द्र पुत्र गोवर्धन, कुलदीप पुत्र चरण सिंह ने मौके पर उसकी जान हमलावरों से बचाई। संजीव ने अपनी शिकायत में कहा कि मौके पर उसकी अकेली दुकान है, जबकि यह ऐरिया गैर सम्प्रदाय बहुल है। उसके साथ आये दिन धार्मिक आधार पर अश्लील टिप्पणी कर परेशान किया जाता है। अब हमला किया गया है। संजीव का कहना है कि यदि आरोपियों पर सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो वो उस क्षेत्र से पलायन करने को विवश होगा। शहर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि इस प्रकरण में 10 लोगों को नामजद किया गया है। जिनमें वसीम पुत्र जफर, इकबाल, पप्पू और बाबू पुत्रगण फाजिल, सुऐब, फाजिल पुत्र असगर, दानिश, शाकिर, आकिल और सादिक पुत्रगण कामिल के अलावा दस अज्ञात लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।