मुजफ्फरनगर। प्रबुद्ध सम्मेलन में आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय और वन्देमातरम के नारों के साथ अपना भाषण शुरू करते हुए कहा कि भागवत की इस पीठ को जिसे दुनिया शुकतीर्थ के नाम से जानती है, कोटि कोटि नमन करता हूं। यहां के जनप्रतिनिधियों, साधु संतों और जनता की दशकों पुरानी मांग थी कि इस भागवत तीर्थ को इसका सम्मान मिलना चाहिए। शुकतीर्थ को पुराना वैभव लौटाने के लिए जनभावना के अनुरूप काम किया। उन्हीं जनभावनाओं को देखते हुए हमने शुकतीर्थ विकास परिषद् का गठन करने का काम किया है। जीवन की सच्चाई की श्रीमद भागवत पुराण के माध्यम से पूरी दुनिया समझ रही है। पांच हजार वर्ष पहले शुकदेव महाराज ने सबसे पहले इस महापुराण का श्रवण यदि कहीं किया था तो वो यही पावन धरा है। पांच हजार वर्ष पुराना इतिहास किसी भी धर्म या सम्प्रदाय के पास नहीं है। इस पौराणिक इतिहास के लिए आपको बधाई।
किसानों के मसीहा, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को ‘भारत रत्न’ अब मिला है।
चौधरी साहब को यह सम्मान बहुत पहले मिलना चाहिए था, लेकिन किसान पिछली सरकारों के एजेंडे में नहीं था… pic.twitter.com/RD6VIbPDlF
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 28, 2024
उन्होंने कहा कि आज दूसरा बड़ा अवसर किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का सम्मान दिलाने का है। ये सम्मान उनको बहुत पहले मिलना चाहिए था, लेकिन पूर्व की सरकारों के एजेंडे में किसान था ही नहीं था। 2004 से 2004 से 2014 तक सरकारों ने इसके लिए उनको अपने एजेंडे में नहीं रखा। किसानों की खुशहाली का रास्ता खेत और खलिहान से होकर जाता है, ये सोच चरण सिंह ने विकसित की। ये भारत रत्न प्रधानमंत्री मोदी ने देने का काम किया है तो किसानों की दशकों पुरानी मांग पूरी करने पर आज वो बधाई के हकदार है। देश के साथ ही उत्तर प्रदेश भी इस भारत रत्न से गौरवान्वित हुआ है, क्योंकि चौधरी साहब यूपी के मुख्यमंत्री भी रहे हैं।