देवबंद युवक की पहचान देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा निवासी राशिद के रूप में हुई है। घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए राशिद को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।राशिद ने यह कदम उस समय उठाया जब वह अपने आठ वर्षीय बेटे साजिद की हत्या के मामले में अपने साले दानिश की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसएसपी रोहित सजवान से मिलने पहुंचा। शुक्रवार को एसएसपी फरियादियों की समस्याएं सुन रहे थे, तभी राशिद ने उन्हें एक प्रार्थना पत्र सौंपा और अपने साले की गिरफ्तारी पर जोर देने लगा। एसएसपी ने उसे समझाया कि जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी, लेकिन यह सुनते ही राशिद नाराज़ हो गया और जेब से ज़हरीला पदार्थ निकालकर खा लिया। कुछ ही देर में उसके मुंह से झाग निकलने लगे और वह जमीन पर गिर पड़ा। घटना से पहले राशिद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने अपने दर्द को बयां करते हुए बताया कि वह पहले भी कई बार एसएसपी से मिल चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वीडियो में वह ज़हर की शीशी दिखाते हुए कहता है कि अब उसे न्याय नहीं मिलेगा। 25 मार्च 2025 को राशिद का आठ वर्षीय बेटा साजिद लापता हो गया था। नौ दिन बाद उसका शव थाना देवबंद क्षेत्र के एक गन्ने के खेत से बरामद हुआ था। शव पर चोट के कई निशान थे, जिससे परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। राशिद ने इस मामले में अपने साले दानिश को मुख्य आरोपी बताते हुए नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसी से क्षुब्ध होकर राशिद ने आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस के अनुसार, राशिद की पहली पत्नी की कुछ महीने पहले मृत्यु हो गई थी, जिससे उसे तीन बच्चे हैं।
साकेत में बनेगा भव्य मंदिर, भूमि पूजन में उमड़े भक्तजन
श्रीराम सेवा ट्रस्ट द्वारा भव्य मंदिर निर्माण के लिए किया कार्यक्रम, मंत्री कपिल देव व चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने रखी आधारशिला मुजफ्फरनगर। साकेत कॉलोनी में श्रीराम सेवा ट्रस्ट द्वारा प्रस्तावित भव्य मंदिर निर्माण की शुरुआत सोमवार को भूमि पूजन के साथ हुई। सैकड़ों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक और धार्मिक अवसर के साक्षी बने। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्षा मीनाक्षी स्वरूप ने भूमि पूजन कराया। मंत्री कपिल देव ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि यह भूमि पूजन न केवल मंदिर निर्माण की आधारशिला माना जा रहा है, बल्कि धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक चेतना