मुजफ्फरनगर। एक व्यक्ति के पुत्र को पंजाब नैशनल बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर शातिर युवक ने अपने दो भाइयों के साथ झांसे में लिया और दस लाख रुपये ठग लिये। पीड़ित को शातिर ने पीएनबी का कर्मचारी बताया था, पैसो चुकाने के बाद झूठा नियुक्ति पत्र देकर आरोपी गायब हो गया। धोखाधड़ी की हकीकत सामने आई तो पीड़ित ने पुलिस का सहारा लिया। पीड़ित की शिकायत पर थाने में तीन आरोपी सगे भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
शहर के बझेडी रोड सरवट निवासी नदीम त्यागी पुत्र असगर अली ने सीओ नई मंडी रूपाली राव चौधरी को प्रार्थना पत्र देकर धोखाधड़ी की शिकायत की और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। सीओ के आदेश पर नई मंडी थाने में तीन सगे भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। नदीम त्यागी की तहरीर के अनुसार संतोष विहार टिकैत वाली गली के निवासी अमित शर्मा पुत्र घनश्याम शर्मा को वो करीब एक साल से जानता है। अमित ने एक दिन मुलाकात के दौरान उसको बताया कि वो पीएनबी नई मंडी जानसठ रोड शाखा में कर्मचारी है। अमित ने बताया कि बैंक में नौकरी निकल रही है और वो उसके पुत्र अमान को वहां लगवा सकता है। इसके लिए दस लाख रुपये की डिमांड की गयी।
नदीम ने कहा कि उसने अमित की बातों पर विश्वास करते हुए डील कर ली और 01 सितम्बर 2023 को अमित शर्मा के पीएनबी जानसठ रोड शाखा के पास ही मुलाकात कर डेढ़ लाख रुपये नकद दे दिये। अगले दिन 2 सितम्बर को अमित के कैनरा बैंक के खाते में तीन लाख और 3 सितम्बर को एक लाख रुपये आरटीजीएस द्वारा जमा करा दिये। तीन दिनों में अमित को 5.50 लाख रुपये अदा कर दिये गये। इस दौरान एक सप्ताह में नियुक्ति पत्र देने का वादा अमित ने किया। इससे पहले बाकी के 4.50 लाख रुपये भी अदा करने के लिए कहा गया तो नदीम ने अमित के घर जाकर उसके दोनों भाइयों सार्थक और सौरभ पुत्रगण घनश्याम शर्मा की उपस्थिति में 4.50 लाख रुपये अदा कर दिये।
तीनों भाइयों ने विश्वास दिलाया कि एक सप्ताह के भीतर नियुक्ति पत्र आ जायेगा। नदीम ने आरोप लगाया कि अमित शर्मा ने उसको बुलाकर नियुक्ति पत्र की छायाप्रति दी और कहा कि मूल प्रति बैंक में ज्वाइन करते समय मिल जायेगी। 14 सितम्बर को नदीम अपने पुत्र अमान के साथ पीएनबी जानसठ रोड पर गया तो वहां अमित शर्मा नहीं मिला, फोन मिलाया तो स्वीच आॅफ आया। बैंक में जब जानकारी की तो पता चला कि अमित शर्मा नाम का कोई कर्मचारी वहां तैनात नहीं है। ठगी का अहसास होने पर नदीम ने अमित और उसके भाइयों से दस लाख रुपये वापस मांगे तो दो चैक उसको दे दिये गये, जो बैंक में लगाने पर बाउंस हो गये। अब पैसा वापस मांगने पर तीनों भाई उसको धमकी देते हुए पैसा देने से इंकार कर रहे हैं। आरोप है कि बदमाशों से उसको हत्या की धमकी दिलवाई जा रही है। इससे वो और परिवार भयभीत है। नदीम का कहना है कि ये लोग कई ओर लोगों को भी नौकरी दिलाने के नाम पर ठग चुके हैं। सीओ रूपाली के आदेश पर नई मंडी पुलिस ने तीनों आरोपी सगे भाइयों अमित, सार्थक और सौरभ के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 467, 468, 471 और 506 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।